गुरुवार, 24 जून 2010

आपकी एक मुस्कराहट से हम होश गवां बैठे

आपकी एक मुस्कराहट से हम होश गवां बैठे,
 हम होश में आने ही वाले थे कि
 आप फिर मुस्करा बैठे|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL