गुरुवार, 3 जून 2010

पानी से तस्वीर कहा बनती है

पानी से तस्वीर कहा बनती है,
ख्वाबों से तक़दीर कहा बनती है,
किसी को चाहो तो सच्चे दिल से,
क्युकि यह ज़िन्दगी फिर कहा मिलती है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL