मंगलवार, 1 जून 2010

रूठे जो ज़िन्दगी तो मना लेंगे हम

रूठे जो ज़िन्दगी तो मना लेंगे हम,
मिले तो गम तो भी बिता लेंगे हम,
बस तुम रहना हर लम्हा साथ हमारे,
निकलते आंसू में भी मुस्करा लेंगे हम|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL