मंगलवार, 30 नवंबर 2010

कोई-कोई साथ इतना खास होता है

कोई-कोई साथ इतना खास होता है,
नज़रों से दूर पर यादों में पास होता है,
कभी-कभी ही आता है पैगाम उनका,
पर हर पैगाम से अपनेपन का एहसास होता है|

सोमवार, 29 नवंबर 2010

प्यार वफ़ा सब कुछ मिटा दिया होता

प्यार वफ़ा सब कुछ मिटा दिया होता,
आपका नाम तक भुला दिया होता,
अगर याद आपकी दिल में ना होती तो
कसम से..
खुद को भी जला दिया होता|

रविवार, 28 नवंबर 2010

सितारों के चादर ने सूरज को सुलाया है

सितारों के चादर ने सूरज को सुलाया है,
चाँद को रात का मेहमान बनाया है,
कोई इंतजार कर रहा है मेरे सन्देश का,
ठंडी हवाओं ने अभी-अभी मुझे बताया है|

शनिवार, 27 नवंबर 2010

दोस्ती भी क्या चीज़ होती है

दोस्ती भी क्या चीज़ होती है,
मगर ये भी किसी-किसी को नसीब होती है,
पकड़ लेते है जो दामन इसका,
समझो दुनिया उसके करीब होती है|

शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

दर्द में कोई मौसम प्यारा नहीं होता

दर्द में कोई मौसम प्यारा नहीं होता,
दिल हो प्यासा तो पनी से गुजरा नहीं होता,
यही तो हमारी कमजोरी है,
हम सबके हो जाते है,लेकिन कोई हमारा नहीं होता|

गुरुवार, 25 नवंबर 2010

कभी किसी से जिक्र-ए-जुदाई मत करना

कभी किसी से जिक्र-ए-जुदाई  मत करना,
इस दोस्त से कभी रुसवाई मत करना,
जब दिल भर जाये हमारे प्यार से तो,
बता देना,बिना बताएं बेवफ़ाई मत करना|

मंगलवार, 23 नवंबर 2010

वक़्त बहुत कम है साथ बिताने में

वक़्त बहुत कम है साथ बिताने में,
इसे ना गवाना रूठने मनाने में,
दोस्ती तो आपसे बना ही ली है हमने,
बस थोड़ा साथ देना इसे निभाने में|  

सोमवार, 22 नवंबर 2010

हम दोस्ती कि नुमाईस नहीं करते

हम दोस्ती कि नुमाईस नहीं करते,
हम लफ़्ज़ों कि पैमाइश नहीं करते,
जिसे चाहते है दिल से चाहते है,
बदले में चाहत कि फरमाइश नहीं करते|

रविवार, 21 नवंबर 2010

मुस्कराती रहे ये ज़िन्दगी तुम्हारी

मुस्कराती रहे ये ज़िन्दगी तुम्हारी,
ये दुआ है हर पल खुदा से हमारी,
फूलों से सजी हो हर राह तुम्हारी,
जिस से महके हर सुबह तुम्हारी|

शुक्रवार, 19 नवंबर 2010

सूरज निकला तो झलक तेरी पायी

सूरज निकला तो झलक तेरी पायी,
हवाओं के झोकों में खुशबू तेरी आयी,
तेरे ना आने का हमें गम रहता है,
मगर मेरा गम कम करने तेरी यादें चली आयी|

ज़िन्दगी देने वाला नाता तोड़ गए

ज़िन्दगी देने वाला नाता तोड़ गए,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गए,
जब जरुरत थी हमें हमसफ़र कि तो,
साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गए|

गुरुवार, 18 नवंबर 2010

माना कि भुलाना हमारी आदत ही सही

माना कि भुलाना हमारी आदत ही सही,
मगर आपको भूल जाना हमारे बस में नहीं,
दिल चाहे तो आजमां के देख लो,
हम जीना भूल जायेंगे पर आपको नहीं|

बुधवार, 17 नवंबर 2010

फूलों कि वादियों में बसेरा हो आपका

फूलों कि वादियों में बसेरा हो आपका,
सितारों के आगन में सवेरा हो आपका,
दुआ है एक दोस्त की अपने दोस्त के लिए,
कि हमसे भी खूबसूरत हो नसीब आपका|

मंगलवार, 16 नवंबर 2010

फरेब था हसीं में,आशिक़ी समझ बैठे

फरेब था हसीं में,आशिक़ी समझ बैठे,
मौत को ही ज़िन्दगी समझ बैठे,
यह मजाक था या बदनसीबी हमारी,
दो मीठी बातों को चाहत समझ बैठें|

सोमवार, 15 नवंबर 2010

खुशियों के रंग भर देती है दोस्ती

खुशियों के रंग भर देती है दोस्ती,
 होठों पर मुस्कान सजा देती है दोस्ती,
 ज़िन्दगी में आये कितने ही गम,
 हर गम को अपने प्यार से मिटा देती है दोस्ती|

शनिवार, 13 नवंबर 2010

अनजाने में हम अपना दिल गवा बैठे


अनजाने  में  हम  अपना  दिल  गवा  बैठे,
इस  प्यार  में  कैसा धोखा  कर  बैठे,
उनसे  क्या  गिला  करे  भूल  हमारी  ही  है,
जो  बिना  दिल वालों  से  दिल  लगा  बैठे||

शुक्रवार, 12 नवंबर 2010

काफी है हुस्न दिल को बहलाने के लिए

काफी  है  हुस्न  दिल  को  बहलाने  के  लिए ,
मोहब्बत  कर लो  दिल  को  दुखाने  के  लिए ,
चाहे  भले  पड़े  गम  से  वास्ता ,
एक  हम  जैसा  दोस्त  रखना, 
सब  गमो  को  भुलाने  के  लिए||

मंगलवार, 9 नवंबर 2010

काश दिल कि आवाज़ में इतना...

काश  दिल  कि  आवाज़  में  इतना  असर  हो  जाये  कि  हम  जिसे
याद  करे  उसे  खबर  हो  जाये,
रब  से  यही  दुआ  है  मेरी  कि  आप  जिसे  चाहे  वो  आप  का
हमसफ़र  हो  जाये ||

सोमवार, 8 नवंबर 2010

रूठने का हक आप रखते है

रूठने   का  हक  आप  रखते  है  मनाने  कि  चाहत  हम
रखते  है ,
आपके  होटों  पे  मुस्कराहट  यु  ही  बनी  रहे  यही  दुआ  रब
से  हम  रोज़  करते  है ||

रविवार, 7 नवंबर 2010

वो लौट आएगा तेरी ज़िन्दगी में

वो  लौट  आएगा  तेरी  ज़िन्दगी  में,
जिसका  इंतज़ार  तुझे  आज  भी  है,
माना  वक़्त  ने  कि  है  बेवफाई  तुझसे
लेकिन  मेरी  दुआओं में  असर  आज  भी  है ||

शुक्रवार, 5 नवंबर 2010

नज़रे ना होती तो नज़ारा ना होता

नज़रे  ना  होती  तो  नज़ारा  ना  होता,
दुनिया  में  हसीनो  का  गुज़ारा  ना  होता,
हमसे  यह  मत  कहो  कि  दिल  लगाना  छोड़  दे,
जाके  खुदा  से  कहो  हसीनो  को  बनाना  छोड़  दे ||

बुधवार, 3 नवंबर 2010

रब से आपकी ख़ुशी मांगते हैं

रब  से  आपकी  ख़ुशी  मांगते  हैं,
दुआओं  में  आपकी  हंसी  मांगते  हैं,
सोचते  हैं  क्या  मांगें  आपसे,
चलो  आपकी  उम्र  भर  कि
दोस्ती  मांगते  हैं ||

सोमवार, 1 नवंबर 2010

लहर आती है किनारे से पलट जाती है

लहर  आती  है  किनारे  से  पलट  जाती  है,
याद  आती  है  दिल  में  सिमट  जाती  है,
फर्क  इतना  है  कि  लहर  बेवक्त  आती   है,
और  आप  कि  याद  हर  वक़्त  आती  है ||

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL