शनिवार, 13 नवंबर 2010

अनजाने में हम अपना दिल गवा बैठे


अनजाने  में  हम  अपना  दिल  गवा  बैठे,
इस  प्यार  में  कैसा धोखा  कर  बैठे,
उनसे  क्या  गिला  करे  भूल  हमारी  ही  है,
जो  बिना  दिल वालों  से  दिल  लगा  बैठे||

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL