रविवार, 21 नवंबर 2010

मुस्कराती रहे ये ज़िन्दगी तुम्हारी

मुस्कराती रहे ये ज़िन्दगी तुम्हारी,
ये दुआ है हर पल खुदा से हमारी,
फूलों से सजी हो हर राह तुम्हारी,
जिस से महके हर सुबह तुम्हारी|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL