सोमवार, 1 नवंबर 2010

लहर आती है किनारे से पलट जाती है

लहर  आती  है  किनारे  से  पलट  जाती  है,
याद  आती  है  दिल  में  सिमट  जाती  है,
फर्क  इतना  है  कि  लहर  बेवक्त  आती   है,
और  आप  कि  याद  हर  वक़्त  आती  है ||

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL