मंगलवार, 16 मार्च 2010

एक कसक दिल में दबी रह गयी

एक कसक दिल में दबी रह गयी,
जिंदगी में आपकी कमी रह गयी,
इतनी कोशिसो के बाद भी आप हमें ना मिले,
शायद चाहत में मेरी कोई कमी रह गयी|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL