शनिवार, 27 मार्च 2010

दिल कि किताब कुछ इस तरह बनायीं है

दिल कि किताब कुछ इस तरह बनायीं है,
हर पन्नों पर आपकी याद समायी है,
कही फट ना जाये एक भी पन्ना,
इसलिए हर पन्नो पर दोस्ती कि लेमिनशन करायी है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL