शनिवार, 13 मार्च 2010

चाँद कि हद एक रात होती है

चाँद कि हद एक रात होती है,
सूरज कि हद सिर्फ  दिन तक होती है,
हम दोस्ती में दिन-रात नहीं देखते,
क्यूंकि हमारी दोस्ती कि हद आखिरी सांस तक होती है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL