मंगलवार, 29 मार्च 2011

यूँ कोई तनहा नहीं होता

यूँ कोई तनहा नहीं होता,
चाह कर भी कोई जुदा नहीं होता,
मुहब्बत को तो मजबूरियां ही ले डूबती है,
वर्ना ख़ुशी से कोई बेवफा नहीं होता|  

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL