शुक्रवार, 11 मार्च 2011

कौन किसी का होता है इस ज़माने में

कौन किसी का होता है इस ज़माने में,
लोग खुश है हम दोस्तों को मिटाने में,
जिन चिरागों ने किया घर रोशन मेरा,
आँधियों ने साथ दिया चिराग बुझाने में|  

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL