गुरुवार, 17 मार्च 2011

कटी पतंग की तरह खो जाते है कुछ दोस्त

कटी पतंग की तरह खो जाते है कुछ दोस्त,
याद रखकर भी भूल जाते है कुछ दोस्त,
जीने के सहारे और भी है,
क्यूँ जरुरत बन जाते है कुछ दोस्त|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL