सोमवार, 27 सितंबर 2010

यु तो गम में भी हँस लेते है हम

यु तो गम में भी हँस लेते है हम,
आज क्यों बेवजह ही रोने लगे है हम,
बरसों से हथेलिया खाली ही रही मेरी,
फिर आज क्यों लगा कि सब खोने लगे है हम|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL