आपकी उम्मीद को नाकाम ना होने देंगे,
आपकी कही बात को बदनाम ना होने देंगे,
हमारी ज़िन्दगी में सूरज निकले या ना निकले,
पर आपकी ज़िन्दगी में शाम ना होने देंगे|
सोमवार, 20 सितंबर 2010
आपकी उम्मीद को नाकाम ना होने देंगे
प्रस्तुतकर्ता बेनामी
लेबल:
लव शायरी