शनिवार, 4 सितंबर 2010

कभी हँसाता है वक़्त

कभी हँसाता है वक़्त,
कभी रुलाता है वक़्त,
हर वक़्त की याद दिलाता है यह वक़्त,
चाहो या ना चाहो पर,
आपका ना होने का एहसास दिलाता है यह वक़्त|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL