सोमवार, 20 सितंबर 2010

माना कि वक़्त हमें याद करने का नहीं

माना कि वक़्त हमें याद करने का नहीं,
फिर बेवक्त ही याद कर लिया करो,
माना कि आपके आस-पास सारी दुनिया है,
कभी मेरी भी कमी का एहसास कर लिया करो|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL