शुक्रवार, 15 अप्रैल 2011

रात को चुपके से आती है एक पारी

रात को चुपके से आती है एक पारी,
कुछ खुशियों के सपने लाती है पारी,
कहती है सपनों के आगोश में खो जाओ,
भूल के सारे गम चुपके से सो जाओ|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL