शुक्रवार, 31 दिसंबर 2010

दोस्ती सच्ची हो तो वक़्त रुक जाता है

दोस्ती सच्ची हो तो वक़्त रुक जाता है,
आसमान लाख ऊँचा हो मगर झुक जाता है,
दोस्ती में दुनिया लाख बने रूकावट,
दोस्ती सच्चा हो तो खुदा भी झुक जाता है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL