बुधवार, 29 दिसंबर 2010

हमारी दोस्ती भी एक शीशे की तरह है

हमारी दोस्ती भी एक शीशे की तरह है,
जब भी इसे देखोगे आप ही आप नज़र आओगे,
पर अगर आपने इसे तोड़ा तो........
अपने आप को भी बिखरा हुआ पाओगे|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL