सोमवार, 20 दिसंबर 2010

दिल ने जो चाह कभी ना पाया

दिल ने जो चाह कभी ना पाया,
झूठी मुस्कान में हमेशा गम को छुपाया,
वैसे तो हर इन्सान तक़दीर को आजमाता है,
और एक हम है जिसको हर बार तक़दीर ने आजमाया|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL