रविवार, 26 दिसंबर 2010

जब रात को याद दोस्त की आती है

जब रात को याद दोस्त की आती है,
सितारों में उसकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है निगाहें उस प्यारे दोस्त को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL