शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2010

लम्हे ये सुनहरे कल साथ हो ना हो

लम्हे  ये  सुनहरे  कल  साथ  हो  ना  हो ,
कल  में  आज  जैसी  बात  हो  ना  हो ,
यादों  के  हसीन  लम्हे  दिल  में  रहेंगे ,
तमाम  उम्र  चाहे  मुलाक़ात  हो  ना  हो ||

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL