लम्हे ये सुनहरे कल साथ हो ना हो ,
कल में आज जैसी बात हो ना हो ,
यादों के हसीन लम्हे दिल में रहेंगे ,
तमाम उम्र चाहे मुलाक़ात हो ना हो ||
शुक्रवार, 29 अक्टूबर 2010
लम्हे ये सुनहरे कल साथ हो ना हो
प्रस्तुतकर्ता बेनामी
लेबल:
लव शायरी