गुरुवार, 21 अक्तूबर 2010

कौन है जो मंजिल से दूर नहीं

कौन है जो मंजिल से दूर नहीं,
कौन है जो ज़िन्दगी से मजबूर नहीं,
गुनाह तो सभी करते है,
हमारी नज़र में तो खुदा भी बेक़सूर नहीं|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL