बुधवार, 26 मई 2010

आँखे से दूर हो पर दिल से नहीं

आँखे से दूर हो पर दिल से नहीं,
दिल में ज़रूर हो पर मिलते नहीं,
बस यही गिला है तुमसे द्सोत,
कभी मिलते ज़रूर हो पर दिल से नहीं|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL