शनिवार, 29 मई 2010

ताज़ी हवा में फूलों कि महक हो

ताज़ी हवा में फूलों कि महक हो,
पहली किरण में चिडियों कि चहक हो,
जब भी खोलो आप अपनी पलकें,
उन पलकों में बस खुशियों कि झलक हो|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL