मंगलवार, 18 मई 2010

आपकी यादो कि महक इन हवावों में है

आपकी यादो कि महक इन हवावों में है,
 कुछ अपनापन सा बिखरा इन फिज़ावो में है,
 खुशिया चूमे आपके कदम हमेशा,
यही सपना हमारी निगाहों में है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL