बुधवार, 14 अप्रैल 2010

आज मोहब्बत कि हर गली गुमनाम क्यूँ है

आज मोहब्बत कि हर गली गुमनाम क्यूँ है,
जुदाई और मौत इश्क का अंजाम क्यूँ है,
लोग देते है इसे नाम खुदा का,
तो फिर ये मोहब्बत इतनी बदनाम क्यूँ है|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL