शनिवार, 17 अप्रैल 2010

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता,
कुछ रिश्तो का तोल नहीं होता,
वैसे साथ जो मिल जाता है हर रस्ते पर,
पर आपकी तरह कोई अनमोल नहीं होता|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL