रविवार, 7 फ़रवरी 2010

लव शायरी

दूरियों कि न परवाह कीजिये,
दिल जब भी चाहे बुला लीजिये,
हम दूर है ज्यादा है आपसे,
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL