शुक्रवार, 18 फ़रवरी 2011

कागज पर हमने ज़िन्दगी लिख दी

कागज पर हमने ज़िन्दगी लिख दी,
आँखों से सींच कर ख़ुशी लिख दी,
दर्द जब हमें उभरा लफ्जों पर,
लोगों ने कहा वाह क्या ग़ज़ल लिख दी|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL