गुरुवार, 17 फ़रवरी 2011

तुमने ना सुनी धड़कन हमारी

तुमने ना सुनी धड़कन हमारी,
पर हमने महसूस की सांसें तुम्हारी,
इतने दूर होकर भी पास हो दिल के,
शायद यही है प्यारी सी दोस्ती हमारी|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL