मंगलवार, 11 जनवरी 2011

फूलों के खिलने का वक़्त हो गया

फूलों के खिलने का वक़्त हो गया,
सूरज के निकलने का वक़्त हो गया,
मीठी सी नींद से जागो................,
सपने से हकीकत में आने का वक़्त हो गया|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL