रविवार, 2 जनवरी 2011

ख़ुशी हर रात चाँद बनकर आये

ख़ुशी हर रात चाँद बनकर आये,
दिन का उजाला शान बनकर आये,
कभी दूर ना हो आपके चेहरे से हँसी,
हर सुबह ऐसी मेहमान बनकर आये|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL