गुरुवार, 21 जनवरी 2010

shayari

राधे राधे कुड़ी फसा दे,
हरे मुरारी मिले कुवारी,
जय हनुमान पट जाये मेरी जान,
वाहे गुरूजी दी खालसा,
एक सोड़ी कुड़ी दी लालसा |

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL