बुधवार, 18 अगस्त 2010

उनके लिए जब हमने भटकना छोड़ दिया

उनके लिए जब हमने भटकना छोड़ दिया,
याद में उनकी जब तड़पना छोड़ दिया,
वो रोये बहुत आकर तब हमारे पास,
जब हमारे दिल ने धड़कना छोड़ दिया|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL