मंगलवार, 31 अगस्त 2010

दोस्ती कि अनदेखी सूरत है आप

दोस्ती कि अनदेखी सूरत है आप,
किसी ज़िन्दगी कि जरुरत है आप,
खुबसूरत तो फूल भी बहुत है,
मगर किसी के लिए फूल से भी खुबसूरत है आप|

विजय पटेल का ब्लॉग © 2011 BY VIJAY PATEL